Ganga snan
गंगा स्नान का महत्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म में गंगा नदी को पवित्र और मोक्षदायिनी माना जाता है। गंगा स्नान से पापों का नाश होता है और आत्मा की शुद्धि होती है। विशेष पर्वों और त्योहारों जैसे मकर संक्रांति, कुंभ मेला, और गंगा दशहरा पर लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करते हैं। गंगा स्नान के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं: धार्मिक लाभ: गंगा स्नान से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और धार्मिक कार्यों में पुण्य की प्राप्ति होती है। आध्यात्मिक शुद्धि: गंगा जल से स्नान करने से आत्मा शुद्ध होती है और मानसिक शांति मिलती है। स्वास्थ्य लाभ: गंगा जल में अनेक औषधीय गुण होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। सामाजिक समरसता: गंगा स्नान के समय विभिन्न जाति, धर्म और समुदाय के लोग एकत्र होते हैं, जिससे सामाजिक समरसता और एकता को बढ़ावा मिलता है। गंगा नदी के किनारे बसे प्रमुख तीर्थस्थल जैसे वाराणसी, हरिद्वार, ऋषिकेश और प्रयागराज में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इन स्थानों पर गंगा आरती और पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है, जो धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देता है। गंगा स्नान करने के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए: स्नान से पहले शारीरिक और मानसिक शुद्धि करें। गंगा नदी की पवित्रता का ध्यान रखते हुए उसमें कोई अपशिष्ट पदार्थ न डालें। स्नान के समय गंगा माँ का ध्यान और मंत्रोच्चारण करें। गंगा स्नान की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और भविष्य में भी इसी तरह बनी रहेगी।